सम्बन्धों को अनुबन्धों को परिभाषाएँ देनी होंगी होठों के संग नयनों को कुछ भाषाएँ देनी ह सम्बन्धों को अनुबन्धों को परिभाषाएँ देनी होंगी होठों के संग नयनों को कुछ भाषा...
तब हमारा जीवन बेरंग सा होता है और चेहरे का नूर कहीं खो गया होता है तब हमारा जीवन बेरंग सा होता है और चेहरे का नूर कहीं खो गया होता है
अगर आना भी है मौत को सामने कोई और भी तो बहाना वो बनायेगी ! अगर आना भी है मौत को सामने कोई और भी तो बहाना वो बनायेगी !
क्यूंकि जीवन की लंबाई नहीं जीवन की गहराई मायने होती है। क्यूंकि जीवन की लंबाई नहीं जीवन की गहराई मायने होती है।
दुःख के कांटों पर तुम्हारे पैर कांपे क्यों, तुम्हारा हृदय घबराया क्यों, पीड़ा के इन दुःख के कांटों पर तुम्हारे पैर कांपे क्यों, तुम्हारा हृदय घबराया क्यों,...
क्या पता, कब, आन पड़े, बारिश की झड़ी कुछ लकड़ियां तो रखो, आग जलाने के लिए! क्या पता, कब, आन पड़े, बारिश की झड़ी कुछ लकड़ियां तो रखो, आग जलाने के लिए!